कमला सोहोनी: एक महिला वैज्ञानिक की कहानी

कमला सोहोनी भारतीय वैज्ञानिक थी जिन्होंने राष्ट्रीय खाद्य और औषधीय प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान (देहरादून) में अध्ययन किया। वह 1936 में बॉम्बे विश्वविद्यालय की पहली महिला छात्रा थी जो रसायन विज्ञान में स्नातक पदवी हासिल की।



उन्होंने अपनी शिक्षा के दौरान ग्लाइकोलिसिस प्रक्रिया पर अपने अनुसंधान केंद्रित किए। इसके लिए उन्होंने उच्चतम शिक्षामान्य प्राप्त की और 1939 में उन्होंने डॉक्टरेट प्राप्त किया।


कमला सोहोनी ने भारतीय विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिए। उन्होंने गर्मीकीट जैसी जनसंख्या विज्ञान और फाइब्रिनोजन फ़ैक्टर से संबंधित अद्यतन जानकारी प्रदान की।


उन्होंने अपनी कठिनाइयों का सामना करते हुए भारतीय विज्ञान क्षेत्र में महिलाओं के लिए एक प्रेरणादायक मिसाल स्थापित की। उन्होंने विज्ञान के क्षेत्र में अद्यतित रहने के लिए अविरल योगदान दिया और महिला वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित किया।


कमला सोहोनी की कहानी महिला विज्ञानियों के लिए एक प्रेरणास्रोत रही है और उनका योगदान विज्ञान और समाज के क्षेत्र में मान्यता प्राप्त है। 

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